उत्तर प्रदेशहरदोई

Hardoi News: वरिष्ठ अधिवक्ता हत्याकांड का आरोपी पुलिस मुठभेड़ में घायल, गिरफ्तार

हरदोई। 30 जुलाई को संपत्ति विवाद में वरिष्ठ अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा की हत्या के मामले में पुलिस ने शूटर को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है।

पैर में गोली लगने से घायल शूटर को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शूटर के पास से घटना में इस्तेमाल की गई बाइक, तमंचा, एक कारतूस और खोखा बरामद हुआ है। शूटर के खिलाफ पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था और न्यायालय से भी उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था।


30 जुलाई को लखनऊ रोड निवासी कनिष्क मेहरोत्रा के मकान में बने चैंबर में घुसकर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए संपत्ति विवाद में हत्या की साजिश रचने के आरोप में सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष बीरेंद्र यादव बीरे, आदित्यभान सिंह, शिखर गुप्ता और नृपेंद्र त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया था। दो अगस्त की रात पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान हत्या करने के लिए गए तीन लोगों में शामिल झरोइया निवासी नीरज को गिरफ्तार कर लिया था।विज्ञापन

पुलिस ने दावा किया था कि चार लाख रुपये में जोगीपुर निवासी राम सेवक उर्फ लल्ला ने अपने साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। अधिवक्ता को गोली लल्ला ने ही मारी थी। पुलिस लगातार लल्ला की तलाश कर रही थी। एसपी नीरज जादौन के मुताबिक शुक्रवार देर रात पुलिस वाहनों की जांच का अभियान चला रही थी। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली थी कि लल्ला यादव बाइक से शहर में ही घूम रहा है।


इस पर पुलिस ने घेराबंदी कर उसे सीतापुर रोड पर घेरा, लेकिन पुलिस को चकमा देकर वह भाग गया। बाद में टड़ियावां थाना क्षेत्र में इटौली पुल के पास परसनी के जंगल के निकट उसे फिर से घेर लिया गया। उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में पैर में गोली लगने से लल्ला घायल हो गया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। घटना में अभी लल्ला के दो और साथियों की तलाश पुलिस कर रही है। एसपी ने बताया कि लल्ला के खिलाफ शहर कोतवाली में एक, सीतापुर जनपद के मिश्रिख कोतवाली में एक और लखनऊ जनपद के काकोरी थाने में एक मामला दर्ज है।

एसओजी के प्रभारी निरीक्षक ब्रजेश कुमार मिश्रा, दीवान, अनिल सिंह चंदेल, बीरन सिंह यादव, सागर चौधरी, सिपाही आदित्य प्रकाश सिंह, रघुनंदन, सर्विलांस टीम के सिपाही अंकुर चौहान, यादवेंद्र सिंह, ओमवीर सिंह घटना का खुलासा करने वाली टीम में शामिल रहे। साथ ही स्वाट टीम के सिपाही मंजेश कुमार और त्रिवेश कुमार, शहर कोतवाल नारायण कुमार कुशवाहा, एसएसआई अनिल कुमार सिंह, उपनिरीक्षक विनोद शर्मा और प्रिंस कुमार, टड़ियावां के कोतवाल अशोक कुमार सिंह आदि शामिल रहे।

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