उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जो विभिन्न राज्य चुनावों में प्रचार करते हैं, को उन 10 विधानसभा सीटों में से सिर्फ दो की “सीमित” जिम्मेदारी दी गई है, जहां उपचुनाव होंगे, सपा नेता अवधेश प्रसाद ने रविवार को दावा किया कि भाजपा ने सीएम का कद “कम करने” के लिए ऐसा किया है।
अयोध्या के सांसद ने आरोप लगाया कि इसके अलावा आदित्यनाथ को मिल्कीपुर और कटेहरी जैसी सीटों की जिम्मेदारी दी गई है, जहां भाजपा जानती है कि वह हार जाएगी।
प्रसाद ने कहा, “हमें लगता है कि दिल्ली के लोगों के मन में कुछ है। ऐसा लगता है कि उनके (भाजपा के) पास हमारे बाबा मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई योजना है, क्योंकि वे जानते हैं कि अगर भाजपा उपचुनाव हार जाती है, तो दिल्ली के लोगों को कुछ करने का मौका मिलेगा।”
पूरे प्रदेश का मुख्यमंत्री होने के बावजूद ‘दिल्ली वालों’ (भाजपा नेतृत्व) ने योगी आदित्यनाथ को सिर्फ मिल्कीपुर और कटेहरी विधानसभा सीटों के उपचुनाव तक सीमित कर दिया है। प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा मुख्यमंत्री के खिलाफ साजिश कर रही है और जानती है कि पार्टी मिल्कीपुर और कटेहरी विधानसभा उपचुनाव बुरी तरह हारेगी, इसीलिए आदित्यनाथ को इन सीटों की जिम्मेदारी दी गई है।’’ प्रसाद ने दावा किया कि भाजपा जानती है कि मिल्कीपुर और कटेहरी सीटों से वे हारेंगे। ‘‘इसलिए उन्होंने जानबूझकर उन्हें इन दोनों जगहों की जिम्मेदारी दी है।’’ मिल्कीपुर उपचुनाव को योगी बनाम अवधेश प्रसाद बना दिया गया है।
उन्होंने कहा, “अवधेश प्रसाद अकेले नहीं हैं। जनता उनके साथ है। सभी जाति और समुदाय के लोग उनके साथ हैं। भाजपा बुरी तरह हारेगी।” प्रसाद ने कहा, “10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं लेकिन भाजपा इस चुनाव को राष्ट्रीय चुनाव मानकर लड़ रही है। भाजपा ने मर्यादा पुरुषोत्तम की धरती फैजाबाद-अयोध्या और वहां के महान लोगों को खो दिया है।”
देवतुल्य मतदाताओं ने पूरे देश और दुनिया को यह संदेश दे दिया है कि अब इस देश में धर्म की राजनीति नहीं चलेगी। भाईचारे और संविधान बचाने की राजनीति चलेगी।”